सचिव साफ सफाई और आंगनबाड़ी निर्माण के बिलों में कर रहा हेर फेर?
क्या गांव की गंदगी सिर्फ कागज़ों पर साफ की जा रही है?
क्या बिलों में सफाई के नाम पर हो रहा है सरकारी धन का खेल?
ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव और सरपंच पति की मिलीभगत से पंचायत की सरकारी राशि पर डाका डाला जा रहा है। सरपंच कभी पंचायत कार्यालय नियमित रूप से आती नहीं हैं, और कुर्सी पर विराजमान हैं उनके पति! ग्रामीणों ने बताया कि सचिव ने आंगनबाड़ी निर्माण से जुड़े बिलों में भी भारी हेराफेरी की है।
गांव की महिलाएं कहती हैं — “सरपंच पति को न तो महिला सशक्तिकरण से मतलब है, न गांव के विकास से! उन्हें तो सिर्फ कमीशन से मतलब है!”
क्या सरपंच पति पत्नी के अधिकारों का दुरुपयोग कर रहा है?
क्या सचिव और सरपंच की जोड़ी मिलकर सरकारी खजाने पर कर रही है वार?
जब टीम Stringer24 News ने सचिव और सरपंच से पक्ष जानने की कोशिश की, तो हम पंचायत पहुंचे। वहां सचिव दो-तीन ग्रामीण हितग्राहियों के साथ बैठे हुए मिले, पर सवालों पर वे असहज नजर आए।
🔥 अगले अंक में सनसनीखेज़ खुलासा 🔥
क्या कहा सचिव ने?
सरपंच पति का क्या है कहना?
पढ़िए कल “पंचायत की कुर्सी का काला खेल” विशेष रिपोर्ट में...

