*यात्री प्रतीक्षालय अब तब्दील होंगे पशु प्रतीक्षालय में?: वि. चावर पाठा:नरसिंहपुर*
*यात्री प्रतीक्षालय में बैठा हुआ यह बकरा सोच रहा होगा कि आखिर बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी? आज नहीं तो कल पशु प्रतीक्षालय में oh sorry यात्री प्रतीक्षालय में आएगी ही!*
*दरअसल मामला है,पवित्र सत्धारा (सूरज कुंड) का! जहां विधायक निधि से यात्री प्रतीक्षालय का निर्माण किया गया,किंतु स्थानीय रहवासियों ने ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे यात्री प्रतीक्षालय पर अपना कब्जा जमाने की तैयारी कर ली है! बकायदा प्रतीक्षालय में बकरे बकरियां बंधी हुई है,और जलाऊ लकड़ी को इस तरह रखा गया है कि, प्रतीक्षालय में आने वाले राहगीरों को बैठने में असुविधा का सामना करना पड़ता है!*
*हालांकि यह जिले में कोई अनोखा मामला नहीं है, अंदरूनी ग्रामीण क्षेत्रों की सैर करके देखिए, पूर्व निर्मित किसी यात्री प्रतीक्षालय में चाय की दुकान चल रही है तो किसी यात्री प्रतीक्षालय में नाश्ते का खोमचा और सैलून संचालित किए जा रहे हैं!*
जारी :
*अब ऐसे लोगों का क्या ही किया जा सकता है? सरकारी संपत्ति आपकी अपनी संपत्ति है का शायद इस शख्स ने कुछ गहरा ही अर्थ निकाल लिया है और यही वजह है कि सरकारी संपत्ति को अपना मान बैठा*