https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi_nXYDircpji_NBp4Y2oyo8rhVeU-DuXusJaP3AW8


 


 


 



*नरसिंहपुर जिले के मोहपानी में आदिवासी सम्मेलन सम्पन्न* 
 *29जनवरी को राजभवन घेराव की तैयारी* 

      आदिवासी एकता महासभा नरसिंहपुर के तत्वाधान में आदिवासी राष्ट्रीय अधिकार मंच के केंद्रिय कमेटी सदस्य रामनारायण कुरारिया की मुख्य आतिथ्य एवं शेर सिंह राजपूत एवं टी एस राजगोंड सेवा निवृत शिक्षक की अध्यक्षता में 6जनवरी को सम्पन्न हुआ।
    आदिवासी एकता महासभा के सम्मेलन में मध्य प्रदेश किसान सभा के तहसील उपाध्यक्ष देवेंद्र वर्मा, लीलाधर वर्मा, एवं भैरों प्रसाद विश्वकर्मा शामिल रहे उन्होंने सम्मेलन को शुभकामनाएं देते हुए किसान सभा द्वारा सहयोग देने की बात कही।
      सम्मेलन में आदिवासियों की समस्याओं पर मुख्य वक्ता रामनारायण कुरारिया ने कहा कि देश में आदिवासियों की संख्या 8प्रतिशत है जबकि मध्य प्रदेश में 1करोड़ 50लाख के लगभग जो 22प्रतिशत आदिवासी निवास करते हैं, जिसमें 46कबीले जनजातियां शामिल हैं।AऔरB ग्रुप में 2से 3प्रतिशत ही नौकरियां हैं,C ओर D ग्रुप में आउटसोर्स कर्मचारी हैं, आंगनवाड़ी, आशा, ऊषा, मध्याह्न भोजन में आरक्षण का लाभ ही नहीं है। वनाधिकार कानून का लाभ नहीं मिल रहा है, राजस्व एवं वन भूमि पर पीढ़ियों से काबिज जमीनों के पट्टे न देकर अभ्यारण्य , प्लांटेशन, बांधो के नाम से खाली कर जबरन खदेड़ने का काम कर रहे हैं, उन्हें काबिज जमीनों के पट्टे दिए जावे एवं भूमि अधिग्रहण बिल 2013 पर अमल किया जाए। आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा स्वास्थ्य रोजगार में बढ़ोतरी करते हुए रिक्त पद भरे जाए, छात्रवृति बढ़ाई जाए, छात्रावासों की मरम्मत की जाए, आदिवासी क्षेत्रों में नर्स दबाई एवं डॉक्टरों की व्यवस्था की जाय। आदिवासियों पर पुलिस एवं वन विभाग द्वारा बनाए गए फर्जी मुकदमे वापिस किए जाने एवं नरसिंहपुर जिले में गाडरवारा क्षेत्र में एनटीपीसी एवं गोटिटोरिया कोल माइंस दो बड़े उपक्रम है जिससे आदिवासी क्षेत्र का बिकास के साथ क्षेत्र के आदिवासी नौजवानों को स्थायी नौकरी दी जावे, एवं इनके मद का बिकास के नाम पर आ रहा फंड कहा लग रहा है जांच कर कार्यवाही की बात की गई।। उन्होंने कहा सरकारें आदिवासियों के हित करने का ढिंढोरा तो पीटती हैं लेकिन आदिवासियों के जीवन स्तर में कोई सुधार नहीं आया है उल्टा आदिवासियों के अशिक्षित होने का लाभ बिचौलिए सरकार के दलाल और प्रशासन के लोग फर्जीवाड़ा कर ले रहे हैं, यहां तक कि उनकी संख्या के अनुसार आरक्षण भी नहीं मिल रहा है, कुरारिया जी ने कहा कि मध्य प्रदेश के जिला एवं तहसील स्तर पर16एवं 17जनवरी कोउक्त मांगो के अलावा स्थानीय समस्याओं का ज्ञापन आदिवासी एकता महासभा के आव्हान पर धरना प्रदर्शन कर 29जनवरी को राजभवन भोपाल का घेराव कर राज्यपाल को आदिवासियों के ज्वलंत मुद्दों से संबंधित ज्ञापन सौंपकर निराकरण करने की मांग करेंगे। 
  सम्मेलन को कुरारिया जी के अलावा समाजसेवी टी एस राजगोंड सेवा निवृत शिक्षक, मोहन धुर्वे, अनिल कुमार कहार, देवेंद्र वर्मा, पवन सल्लाम, लीलाधर लोधी, सुदामा बट्टी गोपाल मेहरा ने संबोधित कर स्थानीय मुद्दों पर प्रकाश डाला गया।
    सम्मेलन में मुंहपानी, बटकना,, तलैया, भातोर,, कुकड़पानी, बड़ागांव, बेर गांव, पीपला, पाबतोड़ा, टूईयापानी, तेंदूखेड़ा, गोटिटोरिया,चारगांव खुर्द, इकलौनी, चीचली सालीचौका, रहमा, बसुरिया सहित अन्य गांव के लोगों ने भाग लिया।
     अंत में अध्यक्षता कर रहे किसान सभा के नेता शेर सिंह राजपूत ने आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय शोषण के खिलाफ कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष का भरोसा देते हुए सभी का आभार व्यक्त करते हुए सभा के समापन की घोषणा की।


Previous Post Next Post