https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEi_nXYDircpji_NBp4Y2oyo8rhVeU-DuXusJaP3AW8


 


 


 

📰 STRINGER24NEWS

विशेष रिपोर्ट | सामाजिक पड़ताल

मजदूरी करने वाली महिलाओं का दैहिक शोषण

निर्माण और श्रमिक क्षेत्र में महिलाओं की अनकही पीड़ा

निर्माण और कामगार क्षेत्र में मजदूरी करने वाली महिलाओं को दैहिक शोषण का शिकार होना पड़ता है — इस सच को झुठलाया नहीं जा सकता। यह वे महिलाएं हैं जो दिनभर ईंट, रेत, सीमेंट और धूल के बीच जीवन गुजारती हैं, लेकिन उनके लिए सम्मान और सुरक्षा अब भी सपना बना हुआ है।

ऐसी अनेक कहानियां और खबरें अक्सर सामने आती रही हैं, जहां ठेकेदारों, मिस्त्रियों या पर्यवेक्षकों द्वारा महिलाओं पर अनुचित दबाव बनाया जाता है। काम दिलाने या मजदूरी तय करने के नाम पर उनसे समझौता करने को मजबूर किया जाता है।

“अगर ठेकेदार की बात नहीं मानो तो अगले दिन काम नहीं मिलता,” — यह लाइन कई महिलाओं की रोज़मर्रा की मजबूरी को बयान करती है।

Stringer24 News ने इस विषय पर एक गहन सर्वे और पड़ताल की, ताकि यह जाना जा सके कि वास्तव में मजदूर वर्ग की महिलाएं किन परिस्थितियों में काम कर रही हैं, और उनके पास अपनी बात रखने का कोई माध्यम है या नहीं।

👩‍🦰 महिलाओं के अनुभव

नोट: सभी नाम परिवर्तित किए गए हैं, सुरक्षा और गोपनीयता के लिए।

  • सुरेखा (परिवर्तित नाम) बताती हैं, “काम के दौरान मिस्त्री अक्सर अनुचित टिप्पणियाँ करता है। कई बार मैं डर के कारण अपनी आवाज़ नहीं उठा पाई। लेकिन अगर मैं काम से इंकार कर दूँ, अगले दिन काम नहीं मिलता।”
  • रिता (परिवर्तित नाम) का कहना है, “हमारे लिए सुरक्षा का कोई इंतजाम नहीं है। धूल और सीमेंट के बीच काम करना तो चलता है, लेकिन कई बार अवैध तरीके से हमारे साथ व्यवहार किया जाता है।”
  • कमला (pariwartit नाम) ने साझा किया, “मैंने शिकायत की तो मुझे धमकाया गया कि काम बंद करवा दूंगा। मजबूरी में चुप रहना ही पड़ता है।”

🔍 सर्वे की मुख्य बातें

  • अधिकांश महिलाओं ने बताया कि काम की जगह पर उन्हें सम्मानजनक व्यवहार नहीं मिलता।
  • कई मामलों में शिकायत करने पर काम से निकाल दिया गया।
  • महिला कामगारों को सुरक्षा और गोपनीयता देने का कोई स्थायी तंत्र मौजूद नहीं।

यह स्थिति बताती है कि मजदूर वर्ग की महिलाएं सबसे असुरक्षित श्रेणी में हैं — न वेतन सुरक्षित, न कार्यस्थल, न शरीर। समाज और प्रशासन दोनों की जिम्मेदारी है कि ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाए और निर्माण क्षेत्र में महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस नीति बनाई जाए।

रिपोर्ट: Vikram Singh Rajput | STRINGER24NEWS

📍नरसिंहपुर | © 2025 Stringer24 News

أحدث أقدم

📻 पंचायत रेडियो सुनने के लिए यहां क्लिक करें।

पंचायत रेडियो - Stringer24 News
🎙️ पंचायत रेडियो सुनते रहें — आवाज़ गांव की!
🔸 हर हफ्ते नई कहानियाँ और रिपोर्ट्स
🔸 जुड़ें हमारे साथ Stringer24 News पर
📡 लाइव रेडियो और अपडेट्स के लिए:
https://stringer24news.blogspot.com