*पनारी ग्राम पंचायत धरातलीय विकास के कितने करीब?: चिचली: नरसिंहपुर*
*चिचली जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत पनारी का हाल भी अमूमन अन्य ग्राम पंचायतों की ही तरह है! सिस्टम में दीमक की तरह चिपके हुए भ्रष्टाचार से निकले खोखले विकास के आंकड़ों को जमीनी सच्चाई मुंह चिढ़ाती हुई महसूस होती है!
महिला सशक्तिकरण के तमाशे के पीछे चल रहे कठपुतली के खेल में करोड़ों का हेर फेर की बहती गंगा में भला कौन हाथ नहीं धो रहा है? जब हमाम में सब नंगे हो तो फिर ऐसे में किसी को किसी से भला क्या शर्म?
सरपंच महिला है!अशिक्षित है!सरपंच पति कमीशन के हिस्से से ही खुश है!जिसको जिस कागज पर साइन कराना हो,अपना हिस्सा लाओ और साइन ले जाओ!सरकार की मंशा से क्या लेना देना? अंतिम पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक लाभ तो तब पहुंचे ना जब प्रथमी, द्वितीय और तृतीय इत्यादि से बच जाए!
इसके अलावा रही बात उपर के अधिकारियों की,तो यहां सबका कमीशन फिक्स है!क्या एई,क्या सीईओ, आखिर फाइल तो हर टेबल से होकर गुजरती है!
टैक्स वसूली के नाम पर जनता की गाड़ी कमाई वसूल कर उसे सरकारी खजाने में जमा करने के स्थान पर स्व विकास में तिजोरियों के हवाले कर दिया गया?और जब मामले पर पर्दा डालते नहीं बना तो फिर आंकड़े छिपाए जाने लगे! सरकारी पोर्टल पर कर से संबंधित जानकारियां प्रदर्शित करने से बचा गया?
स्वास्थ्य सेवा को बुनियादी सुविधाओं की श्रेणी में तो रखा गया लेकिन साफ सफाई पर पर्याप्त ध्यान ही नहीं दिया गया! गांव की गलियों में फैले अपशिष्ट ने संक्रमण को बढ़ाया है? बच्चों और बुजुर्गों पर इस प्रदूषण के गंभीर दुष्परिणाम भुगतना पड़ा? लेकिन साफ सफाई के बिल लगाए जाते रहे और कागजों पर गांव में सफाई व्यवस्था सुचारू बनी रही!
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ग्रामीण सरपंच पति और सचिव को लेकर कहते हैं कि,सभी एक ही थाली के चट्टे बट्टे है!जब दूध की रखवाली के लिए बिल्ली को रख दिया