*श्रीमती पूजा के सरपंच बनने के बाद सचिव की नियत में आई खोट?: सरपंच और सरपंच पति को सचिव ने मुंह बंद रखने के लिए धमकाया?:ग्राम पंचायत बेदू:गोटेगांव:नरसिंहपुर*
सरपंच श्रीमती पूजा बलराम
नरसिंहपुर जिले में महिला जनप्रतिनिधियों की बुरी स्थिति को लेकर stringer24news ने ग्राउंड रिपोर्ट की, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए।वैसे कहने को तो महिलाओं को अब आगे बढ़ने का मौका दिया जा रहा है, और यह सच्चाई भी है कि पहले की अपेक्षा में महिलाओं की स्थिति में काफी हद तक सुधार भी हुआ है. लेकिन, अभी भी कई शहरों, गांवों और दूरदराज के इलाकों में महिलाओं की स्थित भयावह है।महिलाओं के प्रतिनिधित्व को लेकर stringer24news की टीम ने नरसिंहपुर जिले के ग्राम पंचायत बेदू में में जांच-पड़ताल की, जिसमें कई चौंकाने वाली सच्चाई सामने आई।
दबंग सचिव मेरसिंह
नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव जनपद के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत बेदू की सरपंच श्रीमती पूजा बलराम चौधरी के सरपंची का चुनाव जीतने के बाद से ही सचिव की नियम में खोट आ गई थी! इसके बाद शुरू हुआ साजिशों और गबन का सिलसिला!बेगुनाह सरपंच को मालूम भी नहीं चला कि,सचिव आखिर क्या करना चाह रहा है!
सरपंच पति बलराम चौधरी
सरपंच पूजा और सरपंच पति बलराम को धोखे में रखकर सचिव ने सील, डीएससी और मोबाइल छीन लिया था और अगले ढाई सालो तक सरपंच को बिना बताए सरकारी राशि से खिलवाड़ किया जाता रहा!
कुछ समय बाद जब सरपंच और सरपंच पति को सचिव के काले कारनामों की भनक लगी, तो सचिव ने सरपंच पूजा और पति बलराम को धमकाने के लिए उनके घर पर असमाजिक तत्व भेजे और अपनी जुबान बंद रखने की चेतावनी दी,अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया!
सचिव सरपंच के सील,डीएससी और मोबाइल के जरिए अधिकारियों और शासन प्रशासन को गुमराह करता रहा! इस दौरान सचिव ने जमकर आर्थिक अनियमितताओं को अंजाम दिया और सरकारी राशि को ग्रामीणों के विकास के स्थान पर स्व विकास में उपयोग किया गया!
गुणवत्ताहीन और अमानक निर्माण कार्यों और कमीशन खोरी की हिस्सा बाट के जरिए ग्रामीणों और गांव के विकास को पलीता लगाया गया!
सचिव ने शासन,प्रशासन,ग्रामीण और ग्राम के साथ धोखाधड़ी कर लाखों की सरकारी राशि को खुर्द बुर्द किया!सचिव किसके कहने पर यह सब कर रहा था?सचिव ने सरपंच पूजा से सील, डीएससी और मोबाइल धोखे से हड़प कर किसे सौंप दिया था?
सचिव के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच के लिए उच्च अधिकारियों को आवेदन देकर जांच की मांग की जा रही है और इसके साथ ही मामले की जांच के लिए जिला कलेक्टर शीतला पटले और जिला पंचायत अधिकारी को आवेदन सौंप दिया गया है।
सचिव के मोबाइल की फॉरेंसिक जांच की रिपोर्ट से यह पता चल सकेगा कि,कितने समय तक सरपंच के सील डीएससी और मोबाइल का उपयोग फर्जीवाड़े के लिए किया गया!इसके साथ ही यह भी स्पष्ट हो सकेगा कि सचिव यह अवैध लाभ का हिस्सा किसे पहुंचा रहा था! उक्त मामले की जानकारी तब सामने आई जब सरपंच पति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद भी मामले को लेकर जिम्मेदारों ने चुप्पी साधी हुई है।
हद ये है कि पंचायत की वो प्रथम नागरिक हैं और महिला हैं उसके बाद भी सचिव की ऐसे अफसरशाही कि जैसे वो पंचायत का सचिव नहीं जनपद का मुख्य कार्यपालन अधिकारी हो!
जारी: